वाराणसी
श्रावण पूर्णिमा को काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के विशेष स्वरूप के दर्शन होंगे। बीते साढ़े तीन सौ वर्षों से भी पुरानी लोक परंपरा के अनुसार बाबा के झूला शृंगार का उत्सव होगा। बाबा विश्वनाथ माता पार्वती और गणेश के साथ झूले पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे।
श्रावण पूर्णिमा पर अपराह्न तीन बजे सप्तर्षि आरती के बाद बाबा का झूला शृंगार होगा। शृंगार के लिए बाबा की शिव-पार्वती और गणेश प्रतिमा का टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास पर विशेष पूजन किया जाएगा। नाट्यकोट क्षत्रम् का मंगलवाद्य दल और विश्वनाथ मंदिर के अर्चक पूजन में सम्मिलित होंगे। विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने बताया कि शिव, पार्वती और गणेश की रजत प्रतिमा 22 अगस्त को सायं सवा पांच से साढ़े पांच के मध्य साक्षी विनायक, ढुंढिराज गणेश, अन्नपूर्णा मंदिर होते हुएविश्वनाथ मंदिर ले जाई जाएगी।
शयन आरती के बाद बाबा की प्रतिमा, सिंहासन और झूला महंत आवास पर वापस आएगा। उन्होंने उक्त अवसर विशेष पर महंत आवास से विश्वनाथ मंदिर के मध्य मार्ग में सफाई और सुरक्षा के लिए मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा को पत्र भी लिखा है।
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