पटना
लोजपा में हुई टूट के बाद अब बर्चस्व की लड़ाई तेज हो गयी है. चिराग और पारस खेमा एक तरफ लोक जनशक्ति पार्टी पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए जद्दोजहद में है तो दूसरी तरफ रामविलास पासवान पर भी अपने अधिकार को दोनो खेमा पूरी ताकत के साथ जताने में जुटा है.चिराग ने रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग की थी. आगामी 5 जुलाई को रामविलास पासवान की जयंती है. इससे पहले अब पारस ने भी रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग कर दी है.
5 जुलाई को रामविलास पासवान की जयंती के दिन बिहार की सियासत गरमाने वाली है. इसके पहले ही सियासी दांव-पेंच शुरू हो गए हैं. लोजपा में टूट के बाद अब दोनों खेमा रामविलास पासवान के उपर अपना अधिकार जमाने की होड़ में है.चिराग को अलग करके बागी होने के बाद पशुपति पारस ने रामविलास पासवान के सपनों का लोजपा बनाने का हवाला दिया था. वहीं इस दौरान चिराग ने भी पूरे दावे के साथ रामविलास पासवान के ही फैसले को अपना फैसला बताया.
लोक जनशक्ति पार्टी में बगावत के बाद चिराग पासवान गुट के धड़े ने जब दिल्ली में पार्टी नेताओं के साथ बैठक की थी तो आगे की रणनीति पर चर्चा की थी. और उसी दौरान उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता रामविलास पासवान के लिए भारत रत्न देने की मांग भी की थी. इसी दौरान पहली बार रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग की थी. इस दौरान चिराग पासवान ने बिहार में अपने पिता की प्रतिमाएं स्थापित करने की मांग भी रखी थी.
वहीं अब 5 जुलाई को जब चिराग पूरे बिहार में आशीर्वाद यात्रा निकालने वाले हैं वहीं पारस गुट रामविलास पासवान की जयंती काफी जोर-शोर से पार्टी कार्यालय में मनाने वाला है. जिसकी तैयारी भी चल रही है. वहीं इस बीच पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले धड़े ने भी पीएम नरेंद्र मोदी से पार्टी के दिवंगत रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की अपील की है. जिसके बाद राजनीतिक जानकार इसे लोजपा के अंदर ही अब रामविलास पासवान के नाम पर अधिकार जमाने की होड़ के रूप में देख रहे हैं.
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