प्रयागराज
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के वार्ड-दो में एक डॉक्टर द्वारा कमर बंद कर स्टाफ नर्स की पिटाई का मामला सामने आया है। स्टाफ नर्स की पिटाई का मामला सामने आने के बाद राजकीय नर्सेज संघ ने हंगामा कर दिया। जिसके बाद आरोपित डॉक्टर महेंद्र को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के कमेटी ने निलंबित कर दिया गया। साथ ही मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठन कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (एसआरएन) में सोमवार (15 मार्च) को वार्ड नंबर दो में दोपहर दो बजे नर्स की ड्यूटी बदली थी। शाम करीब पांच बजे आर्थो के पीजी प्रथम वर्ष के छात्र डा. महेंद्र सिंह पहुंचे। नर्सों का कहना है कि उन्होंने स्टाफ नर्स से एक मरीज को इंसुलिन न लगने के बारे में पूछा। इंसुलिन लगने की बात सुबह की ड्यूटी वाली नर्स को पता थी, जबकि डॉक्टर महेंद्र दोपहर बाद ड्यूटी पर आई नर्स से पूछ रहे थे। न बता पाने पर वह आपे से बाहर हो गए।
आरोप है कि डॉक्टर महेंद्र ने स्टाफ नर्स को पहले अपशब्द कहा, उसके बाद कमरा भीतर से बंद करके बेरहमी से पिटाई कर दी। इस बात की जानकारी मिलने पर राजकीय नर्सेस संघ की उपाध्यक्ष रानी सिंह पहुंचीं। सभी नर्सें प्रमुख अधीक्षक कार्यालय पर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गईं। इस बीच डा. महेंद्र वहां से निकल गए और फोन स्विच्ड ऑफ कर लिया। नर्सों का हंगामा देख आर्थो के विभागाध्यक्ष डा. डीसी श्रीवास्तव व प्राचार्य डा. एसपी सिंह भी मौके पर पहुंच गए और दोनों पक्षों की करीब एक घंटे बात हुई। प्राचार्य के निर्देश पर विभागाध्यक्ष डा. डीसी श्रीवास्तव ने आरोपित डा. महेंद्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही नर्सेज संघ ने कहा कि इस प्रकार की घटना किसी भी नर्स के साथ भविष्य में फिर हुई तो काम ठप कर आंदोलन किया जाएगा। तो वहीं, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डा. एसपी सिंह ने बताया कि डा. महेंद्र को विभागाध्यक्ष ने निलंबित कर दिया है। इस मामले की जांच के लिए विभागाध्यक्ष, एसआरएन के प्रमुख चिकित्साधीक्षक और एक मैट्रन को शामिल करते हुए जांच कमेटी बनाई गई है। कमेटी शीघ्र रिपोर्ट देगी, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
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