मुजफ्फरपुर
अंतरराज्यीय शराब माफिया मो. अलाउद्दीन की यूपी के मुरादाबाद से गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को मीनापुर पुलिस सक्रिय हो गई। पुलिस उसकी हिस्ट्री खंगालनी शुरू कर दी है। अभी तक की जांच से पता चला है कि इसका तार बिहार के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश और दिल्ली से जुड़ा है। यह पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से शराब की तस्करी कर बिहार के गांवों में सप्लाई करता था। आरंभिक पूछताछ में अलाउद्दीन ने गिरोह के अन्य साथियों के बारे में कई राज उगले हैं। इसमें जिले के कुछ बड़े नाम भी हैं जिसका पुलिस अभी खुलासा नहीं कर रही है।
अलाउद्दीन को देर रात यूपी से लेकर लौटे जांच अधिकारी दारोगा रविन्द्र कुमार ने बताया कि गिरोह का मास्टर माइंड मो. कासिम है। वह यूपी के मुरादाबाद का रहने वाला है। पुलिस सीतामढ़ी के बुधनगरा गांव के प्रकाश कुमार उर्फ गुड्डू और दिल्ली के राजीव नगर के मो. इमरान उर्फ भूरा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी है। पुलिस के अधिकारी ने बताया कि इस गिरोह से जुड़े लोग लम्बे समय से शराब की सप्लाई कर रहे थे और इसके तार कई अन्य राज्यों से जुड़े होने की जांच की जा रही है।
विदित हो कि गत वर्ष दो अक्टूबर को मीनापुर पुलिस ने नेहालपुर गांव से 2097 लीटर शराब जब्त की थी। इस सिलसिले में पुलिस ने अलाउद्दीन समेत आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज की हुई है। प्रभारी थानाध्यक्ष शिवनारायण राम ने बताया कि इस आरोप में मुरादाबाद के मो. फारूख, मो. रिजवान, मीनापुर के विशनपुर राजे गांव के दिलीप कुमार और नेहालपुर गांव के नवीन कुमार राय पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
सोमवार को मुजफ्फरपुर पुलिस की टीम ने यूपी के मुरादाबाद से अलाउद्दीन को जैसे ही हिरासत में लिया। शराब का रैकेट चलाने वालों में हड़कंप मच गया है। अल्लाउद्दीन की गिनती बड़े शराब सप्लायर के तौर की जाती है। लिहाजा, इसको पुलिस बड़ी सफलता मान रही है। जानकारी के मुताबिक इस गिरोह से जुड़े लोग पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से बिहार के विभिन्न गांवों में शराब की सप्लाई करते हैं। पुलिस पूरे रैकेट को खंगालने में जुटी है।
Source : Agency