लखनऊ
सार्वजनिक क्षेत्र की एयर इंडिया पर साइबर हमले के बाद एक सवाल और उठ रहा है। एयर इंडिया का कहना है कि यह डेटा 'सीटा पैसेंजर सर्विस सिस्टम' से लीक हुआ है। अब बड़ी बात यह है कि लखनऊ समेत देश के 59 अन्य हवाई अड्डों पर बैगेज मैनेजमेंट सिस्टम से लेकर चेक इन का कार्य सीटा ही कर रही है। ऐसे में सिर्फ एयर इंडिया ही नहीं, अन्य विमानन कंपनियों के यात्रियों का डेटा भी हैक होने का डर है।
एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार लम्बे समय से बैगेज और बोर्डिंग का कार्य सीटा के प्लेटफार्म पर ही हो रहा है। अभी बताया जा रहा है कि एयर इंडिया के 45 लाख यात्रियों का डेटा हैक हुआ है लेकिन यदि सीटा पर साइबर हमला हुआ है तो यह संख्या काफी अधिक हो जाएगी। सिर्फ लखनऊ एयरपोर्ट पर रोजाना 55 लाख यात्री आते जाते हैं। साइबर हमले में यात्रियों की निजी जानकारियां भी चुराई गई हैं जिनमें पासपोर्ट का विवरण भी शामिल है।
एयर ट्रैवेल एसोसिएशन व एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी के सदस्य सुनील सत्यवक्ता के अनुसार एयर इंडिया के अलावा साइबर हमले में दो बड़ी अन्तरराष्ट्रीय एयरलाइंस का भी डेटा लीक होने की सूचना है। लखनऊ एयरपोर्ट पर कौन सा सॉफ्टवेयर प्रयोग हो रहा है इसकी पुख्ता जानकारी उनके पास नहीं है। दूसरी तरफ एक बड़ी एयरलाइंस के कर्मचारी ने बताया कि लखनऊ एयरपोर्ट पर सभी एयरलाइन बैगेज व चेकइन के लिए सीटा का सॉफ्टवेयर ही इस्तेमाल कर रही हैं। यदि 26 अगस्त 2011 से फरवरी 2021 तक का डेटा प्रभावित हुआ है तो यात्रियों की संख्या जितना समझा जा रहा है उससे कई गुना ज्यादा है।
Source : Agency