बाजार से इस बार चीनी राखियां गायब, देशी की बल्ले-बल्ले

छिंदवाड़ा। चीन के साथ डोकलाम विवाद का असर  बाजार पर भी दिख रहा है। राखी का सामान बेचने वाले व्यापारियों का कहना है कि बाजार में चीन के उत्पादों की मांग में भारी कमी देखने को मिल रही है। व्यापारियों का मानना है कि शायद जनभावना के कारण या फिर देशभक्ति की वजह से चीनी राखियां इस साल बाजार से गायब हैं। देशी राखियों से बाजार सजा हुआ है और उनकी अच्छी बिक्री भी हो रही है। सोशल मीडिया पर चीन के उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम चल रही है और इसका बड़ा असर देखने को मिल रहा है। कुछ स्कूलों में भी बच्चों को चीनी राखी के बहिष्कार की शपथ दिलाई थी। राखी के सामान में चीन के उत्पाद नदारद नजर आ रहे हैं। सुहाग जनरल स्टोर बुधवारी बाजार के संचालक अमित कुमार कश्यप कहते हैं, इस साल खुद रक्षाबंधन के सामानों की बिक्री करने वाले दुकानदारों ने बड़ी संख्या में चीन के उत्पादों के बहिष्कार का फैसला किया है। चीन हमारे पैसों का प्रयोग हमें ही धमकाने के लिए कर रहा है। हम उन्हें पैसे कमाने का मौका क्यों दें?
राखी विक्रेता आशीष जैन ने बताया, इस बार हमारे पास सिर्फ भारत में बनी राखियां ही हैं। ग्राहक भी उनकी ही डिमांड करते हैं। यह सही है कि भारत में बने उत्पादों की लागत अधिक होने के कारण उन पर कम मुनाफा मिलता है, लेकिन फिर हम सोचते हैं कि हिंदुस्तानी उत्पादों को बेचने पर पैसा देश में ही रहेगा। कुछ इसी तरह की भावना ग्राहकों की भी है। ग्राहकों का कहना है कि सोशल मीडिया और वॉट्सएप ग्रुप में भी चीनी उत्पादों के बहिष्कार के मेसेज मिलते हैं।
8 साल बाद राखी पर चंद्रग्रहण
सावन के आखिरी सोमवार 7 अगस्त को श्रवण नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग में राखी का त्योहार मनाया जाएगा। इसमें सुबह भद्रा, दोपहर को सूतक और रात को चंद्रग्रहण से राखी बांधने का सर्वोत्तम मुहूर्त सुबह 11.07 बजे से दोपहर 1.29 तक का रहेगा। चंद्र ग्रहण रात 10.11 बजे से शुरू होकर रात 12.01 तक चलेगा। 8 साल बाद राखी के दिन चंद्र ग्रहण पड़ेगा।
सूतक से पहले बांधें राखी
पंडित आनंद वारे के अनुसार राखी के दिन पड?े वाली ये भद्रा अनिष्टकारी नहीं मानी जाएगी। इसमें भी राखी बांधी जा सकती है, लेकिन सूतक से पहले ही राखी बांधे। गर्भवती स्त्री, कर्क राशि जातक, व्यवसायी, पुजारी इस चंद्र ग्रहण को बिल्कुल न देखें। चंद्र ग्रहण रात 10.11 बजे से शुरू होकर 12.01 बजे तक रहेगा। इसका सूतक दोपहर 1.29 बजे से शुरू होकर ग्रहण के मोक्ष तक रहेगा। वहीं भद्रा सुबह से दोपहर 11 बजे तक रहेगी। इसके बीच के समय में राखी बांधना शुभ रहेगा। इस तरह दोपहर 11 बजे से 1.29 बजे तक राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त है। वहीं राखी पर अति उत्तम सर्वार्थ सिद्धि योग बनने से यह पर्व प्रसन्नता व संपन्नता लाएगा।

 

Source : ब्यूरो

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