बीजेपी का 100 दिन का एजेंडा तय, विपक्षी भी सक्रिय

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने मिशन 2022 के लिए 100 दिन 100 कार्यक्रम का एजेंडा तय किया है। बीजेपी सरकार द्वारा शुरू किए गए कल्याणकारी योजनाओं के साथ मतदाताओं तक पहुंचने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की जा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार ‘हर मोर्चे को विधानसभावार अपने कार्यक्रमों और बैठकों को पूरा करने के लिए कुछ दिनों का समय दिया जाएगा। प्रत्येक मोर्चों को हर विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम करना होगा। वर्तमान में 110 विधानसभा क्षेत्र हैं जहां मुस्लिम मतदाता लगभग 40 प्रतिशत हैं। 44 सीटों पर यह प्रतिशत बढ़कर 40-49 प्रतिशत हो गया है, जबकि 11 सीटों पर मुस्लिम मतदाता लगभग 50-65 प्रतिशत हैं। हर मोर्चे को हर विधानसभा क्षेत्र तक पहुंचना है।
सूत्रों ने बताया, इस सूची में पन्ना प्रमुख सम्मेलन मंडलवार, छह क्षेत्रों में सदस्यता अभियान, कमल दीवाली, हर बूथ पर 100 सदस्यों को शामिल किया जाना और उन 81 सीटों पर रैलियां शामिल हैं, जो बीजेपी पिछले विधानसभा चुनावों में हार गई थी। साल 2017 के विधानसभा चुनावों में 403 सीटों पर से 312 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। पार्टी को इस दौरान कुल वोटों का 39.67 फीसदी हिस्सा मिला था। वहीं, समाजवादी पार्टी के खाते में 47 सीटें, बीएसपी को 19 और कांग्रेस को महज 7 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार की चुनावी तैयारी मे विपक्ष भी काफी आगे आगे चल रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाराणसी से किसान न्याय यात्रा कर चुनावी शंखनाद कर चुकी हैं। उधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ‘समाजवादी विजय यात्रा’ शुरू होगी। जबकि सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा के सहारे उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की मुहिम प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) लोहिया शुरू करने जा रही है। यात्रा का शंखनाद भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली वृंदावन (मथुरा) से होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और महासचिव आदित्य यादव सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा शुरू करेंगे। बसपा भी चुनावी एजेंडे को आगे बढ़ा चुकी है।