चाईना की मिट्टी के नाम पर पीओपी से प्रतिमा बना रहे मूर्तिकार

मुलताई

एक ओर एनजीटी द्वारा पीओपी की प्रतिमाओं पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है लेकिन इसके बावजूद नगर के कुछ मूर्तिकार पीओपी से प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं। नियमों का पालन करने वाले बड़ी संख्या में मूर्तिकारों ने एैसे मूर्तिकारों पर कार्रवाई की मांग एसडीएम राजेश शाह से की गई थी लेकिन इसके बावजूद उक्त मूर्तिकारों पर कोई कार्रवाई नही की गई जिससे मूर्तिकारों में रोष व्याप्त है। शुक्रवार कामथ सामुदायिक भवन में कलेक्टर मिश्र के आने की सूचना पर मूर्तिकार उन्हे शिकायत करने पहुंचे लेकिन कलेक्टर के नही आने से वे निराश वापस लौट गए। मूर्तिकार मुन्ना प्रजापति, श्याम प्रजापति, दुर्गेश प्रजापति, संजु प्रजापति तथा कुंदन प्रजापति सहित अन्य मूर्तिकारों ने बताया कि नगर के कुछ मूर्तिकार चाईना की मिट्टी के नाम से खुलेआम  पीओपी का प्रयोग कर शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहे हैं साथ ही एनजीटी के नियमों की भी अव्हेलना कर रहे हैं। ताप्ती तट स्थित गोवर्धन , शिवदयाल, धनराज, गजानन आदि मूर्तिकारों द्वारा प्रतिमाओं के चेहरों में पीओपी का प्रयोग किया जा रहा है वहीं रामदास सूर्यवंशी, दिलीप सूर्यवंशी आदि के द्वारा गणेशजी, दुगार्जी तथा लक्ष्मी जी की पीओपी प्रतिमाएॅ रेडीमेड लाकर  नगर में बिक्री की जाती है। मूर्तिकारों ने बताया कि शासन प्रशासन को उक्त मूर्तिकार पीओपी को चाईना की मिट्टी बताकर भ्रमित कर रहे हैं जबकि वे खुलेआम पीओपी से प्रतिमाओं का निर्माण कर रहे हैं।
जांच दल में मूर्तिकारों को भी करें शामिल
शिकायत करने पहुंचे मूर्तिकारों ने बताया कि जब भी जांच दल पीओपी से प्रतिमाओं का निर्माण करने वाले मूर्तिकारों के पास पहुंचता है वे उन्हे भ्रमित कर देते हैं तथा पीओपी को चाईना की मिट्टी बताते हैं। श्याम प्रजापति, मुन्ना प्रजापति सहित अन्य मूर्तिकारों ने बताया कि जांच दल में उन्हे भी शामिल करें तब वे सच्चाई सामने ला सकते हैं तथा कहॉ -कहॉ पीओपी का उपयोग किया जा रहा है वे बता सकते हैं। मूर्तिकारों ने बताया कि जब नगर के अधिकांश मूर्तिकारों ने पीओपी का उपयोग बंद कर दिया फिर कुछ मूर्तिकारों को क्यों छूट दी जा रही है एैसे में मूर्तिकारों में असंतोष तथा कार्रवाई नही होने से रोष व्याप्त है।

Source : Akshay soni/Rakesh agrawal

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Name: धीरज मिश्रा (संपादक)

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